सेना का अपमान, देश की गरिमा पर प्रहार मंत्री विजय शाह को बर्खास्त करें: कांग्रेस की मांग

शहडोल। जिला काँग्रेस कमेटी शहडोल के जिलाध्यक्ष सुभाष गुप्ता के नेतृत्व एवं पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल मार्को के मुख्य आतिथ्य एवं प्रदेश सचिव अजय अवस्थी की उपस्थित मे काँग्रेस द्वारा पत्रकार वार्ता आयोजित की गई । जिसमे विधायक फुंदेलाल ने कहा कि, मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह द्वारा भारतीय सेना की बहादुर अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई अशोभनीय, अपमानजनक और महिला विरोधी टिप्पणी ने पूरे देश की भावनाओं को गहराई से आहत किया है। कांग्रेस पार्टी इस बयान की घोर निंदा करती है और इसे केवल एक महिला अधिकारी नहीं, पूरे भारतीय सैन्य बल और 140 करोड़ नागरिकों की गरिमा पर हमला मानती है।
हाईकोर्ट की फटकारः
जबलपुर हाईकोर्ट की खंडपीठ न्यायमूर्ति श्री धरन और न्यायमूर्ति अनुराधा शुक्ला ने इस बयान पर स्वतः संज्ञान लेते हुए,मध्य प्रदेश सरकार को चार घंटे में FIR दर्ज करने के निर्देश दिए। कोर्ट ने पुलिस की देरी को “दोषपूर्ण प्रशासनिक रवैया” बताया और राज्य सरकार की नीयत पर प्रश्नचिन्ह लगाए। विजय शाह पर दर्ज धाराएं: IPC 152 – देश की संप्रभुता को खतरे में डालना IPC 196(1) (b)- धर्म और समुदाय के बीच वैमनस्य फैलाना, IPC 197 (1) (c) – आपत्तिजनक और घृणास्पद भाषण देना।
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणीः
भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने विजय शाह के बयान को “गटर स्तर की भाषा” बताते हुए कहा, “पूरा देश इस बयान से शर्मिंदा है। हालांकि मंत्री की गिरफ्तारी पर सर्वोच्च न्यायालयक तरफ से रोक लगाई गई है।
अन्य नेताओं नेभी की टिप्पणी
उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा का बयान “जल, थल, वायु सेना मोदी के आगे नतमस्तक है”, यह एक व्यक्ति की पूजा में देश की सेनाओं का सार्वजनिक अपमान है। यह संवैधानिक संस्थाओं को व्यक्तिपूजा की बलि चढ़ाने की मानसिकता दर्शाता है। विदेश मंत्री का आत्मघाती बयान “हमने 7 मई को पाकिस्तान को बता दिया था कि हम केवल आतंकवादियों के अड्डों पर हमला करेंगे, सैन्य ठिकानों पर नहीं“। यह बयान रणनीतिक विफलता और दुश्मन को अग्रिम चेतावनी देकर भारतीय सेना के ऑपरेशन को निष्फल करने का कार्य है। भारत के पड़ोसी देश जैसे नेपाल, श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश भी तटस्थ रहे। रूस जैसा देश जो सदैव भारत के साथ रहा वह भी तठस्थ रहा, यह भारत की कूटनीतिक असफलता का प्रमाण है।
कांग्रेस की मांगेंः
विजय शाह को अविलंब मंत्रिपद से बर्खास्त किया जाए, उपमुख्यमंत्री देवड़ा व विदेश मंत्री जयशंकर से सफाई ली जाए और सार्वजनिक क्षमा मांगी जाए,प्रधानमंत्री स्वयं देश को यह भरोसा दिलाएं कि भारत की सेना का सम्मान किसी दलगत राजनीति से ऊपर है इस पूरे मामले की स्वतंत्र जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराई जाए। कांग्रेस स्पष्ट करना चाहती है कि यह लड़ाई किसी व्यक्ति या दल से नहीं, बल्कि देश की गरिमा, सेना के मान और राष्ट्र की प्रतिष्ठा की रक्षा की लड़ाई है। हम संसद से सड़क तक यह सवाल उठाएंगे
